उत्तर प्रदेशराज्य

बदायूं जिला भी बन रहा साइबर ठगों का गढ़

स्वतंत्रदेश,लखनऊ: साइबर अपराध की दुनिया में बदायूं के चार गांव के युवा अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।इनकी खास बात यह है कि यहां कोई पांचवीं तो कोई आठवीं तक पास है, किसी के पास हाईस्कूल तो किसी ने बस इंटरमीडिएट ही किया। न अच्छी शिक्षा है न कंप्यूटर ज्ञान, इसके बाद भी जनपद के बिसौली के गांव संग्रामपुर, लक्ष्मीपुर, पपगवां और दबतोरी गांव के लोग साइबर ठगी के माहिर हैं। महंगे मोबाइलों में नई तकनीक वाले साफ्टवेयर की उन्हें जानकारी है। कई ऐसे हैं जो खुद लड़की की आवाज निकाल कर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं, तो कई साफ्टवेयर का सहारा लेकर लड़की बन जाते हैं। कभी हवाला के लिए चर्चा रहे यह गांव आज देश भर में साइबर ठगी के लिए जाने जा रहे हैं। यह दावा इसलिए किया गया क्योंकि देश का शायद ही कोई प्रदेश हो जहां की पुलिस इन चार गांवों में दबिश देने न पहुंची हो।

झारखंड का जामताड़ा जनपद साइबर अपराध के मामलों का गढ़ माना जाता है। जामताड़ा की ही तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश का बदायूं जिला भी उभर रहा है।

महिलाएं व युवतियां भी शामिलः साइबर ठगी के लिए लोगों को फोन करने के लिए अब महिलाओं और युवतियों का भी सहारा लिया जा रहा है। कुछ युवा तो लड़कियों की आवाज में बात करते ही हैं, लेकिन धीरे धीरे पैसे के लालच में महिलाएं भी इसमें शामिल हो रही है।

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