हल्के में न लें डेंगू को
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :डेंगू का डी टू स्ट्रेन घातक हो रहा है। बुखार आने के तीसरे दिन बच्चों में खून की नलिकाओं से प्लाज्मा लीक होने लगता है, शरीर पर सूजन आ रही है। वहीं, खून गाढ़ा होने से हीमोग्लोबिन बढ़ रहा है। एसएन मेडिकल कालेज में आगरा के साथ ही फीरोजाबाद, मथुरा, एटा से डेंगू के गंभीर मरीज भर्ती हो रहे हैं।
एसएन के बाल रोग विशेषज्ञ डा. नीरज यादव ने बताया कि 14 अगस्त से अभी तक 70 से अधिक बुखार से पीडित बच्चे भर्ती हो रहे हैं। ब्लड में 45 फीसद रेड ब्लड सेल्स होती हैं, 55 फीसद प्लाज्मा होता है। तीसरे दिन से खून की नलिकाओं से प्लाज्मा लीक होने लगता है। यह चौथे से छठवें दिन तक सबसे अधिक होता है, इससे शरीर पर सूजन आ जाती है। प्लाज्मा लीक होने से ब्लड वाल्यूम कम हो जाता है। खून गाढ़ा होने लगता है और हीमोग्लोबिन का स्तर 12 से बढ़कर 17 से 18 तक पहुंच जाता है। इस दौरान उल्टी होने लगे, शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो जाए तो घातक हो सकता है। इसलिए डेंगू के मरीज में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। उल्टी होने पर फ्लूइड चढ़ाया जाता है।
बुखार आने पर यह करें
– बुखार उतारने के लिए छह से आठ घंटे के अंतराल पर पैरासीटामोल सीरप और टैबलेट दे सकते हैं।
– पानी का सेवन अधिक कराएं, नारियल पानी दे सकते हैं।
– घर का बना हुआ सादा खाना दें, फलों का जूस दे सकते हैं।