उत्तर प्रदेशराज्य

आतंकियों की पैरवी में जुटा तालिबान

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:तालिबान ने एक बार फिर आतंकियों की पैरवी की है। तालिबान ने कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में हुए आतंकवादी हमलों में शामिल था। अफगानिस्तान में अपने पिछले शासन के दौरान कई सालों तक ओसामा बिन लादेन को सुरक्षित पनाह देने वाले तालिबान ने 9/11 के हमलों के बाद खूंखार आतंकवादी लादेन को अमेरिका को सौंपने से इनकार कर दिया था।

आतंकवादी हमलों में अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के शामिल होने को लेकर तालिबान ने कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ओसामा 9/11 के हमलों में शामिल था।

वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बुधवार को एनबीसी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि हमले को लेकर ओसामा बिन लादेन अमेरिका में एक मुद्दा बन गया था। उस वक्त वह अफगानिस्तान में था। हालांकि, 9/11 हमले में शामिल होने का कोई सबूत नहीं है। जबीहुल्लाह ने आगे कहा कि अब, हमने वादा किया है कि किसी भी देश के खिलाफ अफगान की धरती का इस्तेमाल नहीं होने देंगे।

11 सितंबर 2001 को अल कायदा के 19 आतंकियों ने विमान हाइजेक कर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टावरों और पेंटागन से टकरा दिया था। इस हमलों ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। इस हमले में अमेरिका का वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पूरी तरह से तबाह हो गया था। इस हमले में करीब 3 हजार लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 6 हजार लोग जख्मी हुए थे। उस समय अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश थे और उन्होंने मांग तालिबान से लादेन को सौंपने की मांग की थी।

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