उत्तर प्रदेशराज्य

कोरोना से बिजली विभाग को झटका

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : कोरोना की दूसरी लहर के कुप्रभाव से बिजली विभाग भी अछूता नहीं है। बिल न जमा होने से लगातार राजस्व में कमी आ रही है।

लखनऊ में कोरोना की दूसरी लहर के कुप्रभाव से बिजली विभाग भी अछूता नहीं है। बिल न जमा होने से लगातार राजस्व में कमी आ रही है।

पिछले दो माह में होटल, फैक्ट्री, और रेस्टोरेंट संचालकों द्वार जमा किये जाने वाले बिजली बिल में 60 फीसद की कमी आई है। यही हाल छोटे और घरेलू उपभोक्ताओं का भी है। नौ लाख उपभोक्तओं में से सिर्फ पांच लाख 40 हजार उपभोक्तओं ने ही बिजली बिल जमा किया है। सामान्य दिनों में यह यह आकड़ा करीब 90 फीसद तक रहता है। यह हाल तब है जब सुबह आठ बजे से लेकर रात आठ बजे तक बिल जमा करने के लिए ई- सुविधा केंद्र खुले रहते हैं।

इन क्षेत्रों से कम हुई वसूली: एक खंड में दो से पांच उपकेंद्र है और प्रत्येक उपकेंद्र पर औसतन सात से दस हजार उपभोक्ता हैं। आलमबाग खंड, रहीमनगर, मोहनलालगंज, चिनहट खंड, रेजीडेंसी, चौक, ठाकुरगंज, अमीनाबाद, राजाजीपुरम, ऐशबाग, डालीगंज, बीकेटी, सेस के खंड, इंदिरानगर और कानपुर रोड खंड के उपभोक्ता बिजली बिज जमा करने में पीछे रहे।

सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि राजधानी के 26 खंडों के सवा सौ उपकेंद्र हैं। इन केंद्रों में करीब नौ लाख उपभोक्ता रजिस्टर्ड हैं। सामान्य दिनों की अपेक्षा में इन दो माह में 40 फीसद ही राजस्व आ पाया है। यह स्थिति तब है जब सभी जिलों में ई-सुविधा केंद्र खुले हैं। उपभोक्ता आनलाइन भुगतान भी कर सकते हैं। ऐसे में सिस व ट्रांस गोमती से आने वाला राजस्व का ग्राफ बढ़ाने की जरूरत है।

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