राष्ट्रीय

भारत-नेपाल सीमा पर एपीएफ जवानों की फायरिंग

स्वतंत्रदेश,लखनऊ भारत-नेपाल सीमा के नो-मेंस लैंड के लाइन-एक पोस्ट के समीप बुधवार की सुबह नौ बजे भारत के बहुआर बाजार से अपने पिता के लिए दवा लेकर जा रहे एक नेपाली युवक को सशस्त्र पुलिस फोर्स (एपीएफ) के जवानों ने गोली मार दी। गोली लगने से नेपाल के नवलपरासी जिले के कठहवा निवासी अविनाश राजभर गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोग घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। गोली चलने से सीमा पर अफरा-तफरी मच गई। सीमा पर तनाव को देखते हुए एसएसबी और निचलौल पुलिस अलर्ट हो गई है।

भारत-नेपाल सीमा के नो-मेंस लैंड के समीप बुधवार की सुबह नौ बजे भारत के बहुआर बाजार से अपने पिता के लिए दवा लेकर जा रहे एक नेपाली युवक को सशस्त्र पुलिस फोर्स (एपीएफ) के जवानों ने गोली मार दी।

बुधवार की सुबह अविनाश राजभर अपने पिता बच्चा राजभर के लिए सीमा के पगडंडी रास्ते से होते हुए भारत के बहुआर में स्थित एक निजी चिकित्सालय पर दवा लेने आया था। दवा लेकर वह वापस घर जा रहा था कि नो-मेंसलैंड पर नेपाल एपीएफ के तीन जवानों ने उसे दूर से ही रुकने के लिए आवाज दी। जवानों ने कहा कि सीमा सील होने के चलते आवागमन प्रतिबंधित है। जवानों की बातों को अनसुना कर अविनाश नेपाल अपने घर जाने के लिए बढ़ने लगा। जिसके बाद नेपाली जवानों ने पहले तीन राउंड हवाई फायरिंग कर उसे चेतावनी दी। जब अविनाश नहीं रुका तो आक्रोशित जवानों ने उसके पैर में गोली मार दी। गोली लगते ही अविनाश भूमि पर गिरकर तड़पने लगा। गोली की आवाज सुनते ही कठहवा निवासी हदीश अली, संतोष यादव व बहादुर राय सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौके पर पहुंच गए।

मौके पर पहुंचे अधिकारी

घायल युवक को नवलपरासी के एक अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया जा रहा था कि उसकी मौत हो गई। युवक की मौत के बाद स्थानीय नेपाली नागरिकों के आक्रोशित होते ही सीमा पर तैनात तीनों जवान मौके से भाग खड़े हुए। नो-मेंस लैंड पर गोली चलने की सूचना मिलते ही सीओ निचलाैल डीके उपाध्याय, थानाध्यक्ष निर्भय कुमार सिंह सहित एसएसबी के अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

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