स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खुशखबरी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल परीक्षा के लिए पंजीकृत करीब 30 लाख परीक्षार्थियों के लिए खुशखबरी है। यूपी बोर्ड उन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई की तर्ज पर अगली कक्षा में प्रमोट कर सकता है। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से छमाही और प्रीबोर्ड परीक्षा का प्राप्तांक व पूर्णांक परिषद की वेबसाइट पर मांगा है। यह सूचना मंगलवार शाम तक अनिवार्य रूप से देनी है, यानी इस संबंध में निर्णय जल्द होने के आसार हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 अब तक नहीं हो सकी हैं। आमतौर पर ये परीक्षाएं फरवरी व मार्च में होती रही हैं लेकिन, पहले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और फिर कोरोना संक्रमण की वजह से परीक्षाओं का कार्यक्रम दो बार घोषित करके स्थगित करना पड़ा है।
सीबीएसई ने अप्रैल में ही निर्णय लिया था कि वह हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करेगा, जबकि इंटर के संबंध में अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। सीबीएसई के निर्णय के बाद से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि यूपी बोर्ड भी उसी की राह चल सकता है लेकिन, उस समय तक हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने का आधार नहीं मिल पा रहा था, बल्कि शासन इस पर मंथन कर रहा था।
अब यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखा है कि वे हाईस्कूल परीक्षार्थियों की छमाही और वार्षिक परीक्षा (प्रीबोर्ड) के विषयवार प्राप्तांक व पूर्णांक परिषद की वेबसाइट पर 18 मई की शाम पांच बजे तक अपलोड करा दें। पत्र में यह भी लिखा गया है कि इस संबंध में उच्च स्तर से निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस कार्य को शीर्ष वरीयता देते हुए सभी प्रधानाचार्य को निर्देश जारी कराकर अनिवार्य रूप से परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करा दें। पत्र में यह भी लिखा गया है कि यदि किसी विद्यालय की वांछित सूचना वेबसाइट पर अपलोड नहीं होती है तो उस जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक जिम्मेदार होंगे।
फरवरी में प्रीबोर्ड की परीक्षाएं प्रदेश भर में कराई गई थीं। साथ ही हाईस्कूल में पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या 29.94 लाख है। हाईस्कूल परीक्षा में 16,74,022 बालक और 13,20,290 बालिकायें पंजीकृत हैं। इस वर्ष यूपी बोर्ड की परीक्षा कोरोना महामारी और पंचायत चुनाव के चलते देर हो गई है। बीते वर्ष 2020 में परीक्षाएं 18 फरवरी से ही शुरू हो गई थीं। माना जा रहा है कि 20 मई के आसपास शासन स्तर पर होने वाली बैठक में हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने पर मुहर लग सकती है।