आगरा के अस्पतालों का हाल
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :कोविड हो या नॉन-कोविड सभी मरीज इस समय उपचार न मिलने से परेशान हैं। मरीजों को अस्पतालों में आसानी से न बिस्तर मिल रहे हैं और न ऑक्सीजन। आगरा के सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड पर शिफ्टिंग के लिए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। सोमवार को भीषण गर्मी के बीच कई मरीज घंटों तक एंबुलेंस में तड़पते रहे।
शनिवार को जिला प्रशासन ने 22 अस्पतालों की सूची जारी कर 1413 बेड का ब्योरा जारी किया था। दो सरकारी और छह निजी अस्पतालों पहले से मौजूद 783 बेड में से 750 बेड पहले ही भर चुके थे। 33 बेड खाली थे। शनिवार को 14 अस्पतालों में 630 बेड का इंतजाम किया गया था। इस तरह 663 बेड का इंतजाम था, लेकिन पिछले तीन दिन में 1315 नए संक्रमित और मिले हैं। इनसे खाली बेड भी भर गए। सोमवार को अस्पतालों में फिर बेड के लिए मारामारी शुरू हो गई है। और बेड बढ़ाने के लिए प्रशासन ने नए अस्पताल चिह्नित किए हैं।
खुद करो ऑक्सीजन का इंतजाम
अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है। भर्ती होने वाले मरीजों के तीमारदारों से ऑक्सीजन का इंतजाम करने के लिए कहा जा रहा है। कमला नगर निवासी हरीश गुप्ता ने बताया कि मेरे पिताजी को सांस की तकलीफ है। अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कहा तो उन्होंने ऑक्सीजन नहीं होने की बात कही। उन्होंने कहा कि खुद ऑक्सीजन का इंतजाम कर लाओ, हम भर्ती कर लेंगे।
नियमित हो रही समीक्षा
जिलाधिकारी प्रभु एन. सिंह ने बताया कि सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों में नियमित बेडों की समीक्षा हो रही है, बेड की कमी नहीं है। नए निजी कोविड अस्पताल भी चिह्नित किए जा रहे हैं।