चाइनीज़ गेम पबजी देश में प्रतिबंधित होने के बाद इसी की तर्ज़ पर एक देसी एक्शन गेम FAU:G आ रहा है। इस गेम के लॉन्च होने की ख़बर अक्षय कुमार ने ट्विटर के ज़रिए साझा की थी। इसके साथ ही सोशल मीडिया में सुशांत सिंह राजपूत के फैंस के बीच यह चर्चा होने लगी कि गेम सुशांत के दिमाग़ की उपज है। अब कंपनी ने इसको लेकर एक बयान जारी किया है और इसका खंडन किया है। स्टेटमेंट में कंपनी ने अक्षय के साथ अपनी रिलेशनशिप के बारे में भी बताया है।
FAU:G गेम का निर्माण करने वाली कपनी nCore Games की ओर से जारी स्टेटमेंट में कहा गया है- इस गेम की परिकल्पना स्वर्गीय एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने की थी, यह सरासर गलत और आधारहीन तथ्य है। एनकोर की स्थापना 2019 में उद्यमी विशाल गोंडल और दयानधी एमजी ने कुछ लोगों के साथ मिलकर की थी, जिन्हें गेमिंग इंडस्ट्री में 20 साल से अधिक का तजुर्बा है। इसमें 25 प्रोग्रामर्स, आर्टिस्ट, टेस्टर्स, डिज़ाइनर्स की टीम काम कर रही है, जो गेम को विकसित कर रहे हैं।
विशाल गोंडल ने 1998 में पहली गेमिंग कंपनी इंडिया गेम्स शुरू की थी, जिसे 2012 में डिज़्नी को बेच दिया। उन्हें भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री का पिता कहा जाता है। स्टेटमेंट में आगे बताया गया है कि अक्षय कुमार एनकोर के लिए किसी मेंटॉर की तरह हैं। FAU:G के सारे कॉपीराइट और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स एनकोर के पास हैं।
गेम के पोस्टर पर भी लगा चोरी का आरोप
फौजी गेम के पोस्टर को लेकर भी सोशल मीडिया में खिल्ली उड़ाई जा रही थी। कहा जा रहा था कि कंपनी ने यह पोस्टर फोटो स्टॉक करने वाली वेबसाइट से चुराया है। इसको लेकर स्टेटमेंट में कहा गया है कि यह पोस्टर शटर स्टॉक से बाकायदा ख़रीदा गया है। यह सिर्फ़ टीज़र पोस्टर है। टाइटल स्क्रीन और इनगेम आर्ट जल्दी रिलीज़ की जाएगी। स्टेटमेंट में आगे कहा गया है कि ऐसी आधारहीन अफ़वाहें उड़ाने वालों के ख़िलाफ़ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि देश में चाइनीज़ गेम पबजी बैन होने के बाद 4 सितम्बर को अक्षय कुमार ने ट्वीट करके FAU:G गेम लॉन्च होने की ख़बर दी थी। ट्वीट में उन्होंने लिखा था- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर आंदोलान को सपोर्ट करते हुए हम एक्शन गेम Fearless And United- Guards FAU:G को पेश करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं। खिलाड़ी इसके साथ हमारे फौजियों के बलिदान की कहानियों के बारे में भी जानेंगे। इससे होने वाली कमाई का 20 फीसदी हिस्सा भारत के वीर ट्रस्ट को जाएगा।