पिटाई से हुई थी जेल में युवक की मौत
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :पुलिस हिरासत में आजमगढ़ के युवक की मौत के मामले में एसपी ने स्वाट प्रभारी समेत आठ कांस्टेबलों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। इन सभी को निलंबित भी कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक की बेरहमी से पिटाई किए जाने का तथ्य सामने आया है। मौत का कारण स्पष्ट करने के लिए विसरा सुरक्षित किया गया है। फिलहाल पुलिस अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।

डीलिंग न होने पर पुलिस पर मृतक की पिटाई का आरोप : जैतपुर थानाक्षेत्र में एक माह पहले प्रदीप कुमार को गोली मारकर उनसे लूट की गई थी। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को जेल भेजा था, जबकि एक आरोपित कमर रशीद की सरगर्मी से तलाश थी। कॉल रिकार्ड में आजमगढ़ के युवक जियाउद्दीन से कमर रशीद की बातचीत के सबूत मिलने के बाद गुरुवार को स्वाट टीम ने जियाउद्दीन को उसके घर से उठा लिया और उसे जैतपुर थाने पर रखकर पूछताछ शुरू की। बाद में स्वाट टीम जियाउद्दीन को सम्मनपुर थाने ले आई। सूत्रों के मुताबिक उसकी रिहाई के लिए यहां परिजनों से लंबी डील की जा रही थी। तीन लाख रुपये नहीं मिलने पर पुलिस टीम ने बर्बरता से उसकी पिटाई की। अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसके घर वालों को जियाउद्दीन के बीमार होने की सूचना दी गई। इधर, गुरुवार की देर रात करीब एक बजे पुलिस उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंची। यहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आजमगढ़ के पवई थाने के हाजीपुर निवासी मृतक के भाई शहाबुद्दीन ने शुक्रवार को स्वाट प्रभारी देवेंद्र पाल सिंह समेत पूरी टीम पर हत्या का आरोप लगाते हुए अकबरपुर कोतवाली में तहरीर दी। मामला सुर्खियों में आते देख पुलिस अधिकारियों ने देर रात स्वाट प्रभारी समेत आठ कांस्टेबलों पर हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित कर दिया। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि प्रकरण की जांच एएसपी संजय राय को सौंपी गई है।