थाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर के खिलाफ दर्ज कराई FIR
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:राजधानी में आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर भपटामऊ निवासी मृतक श्याम रावत के परिजनों ने सीबीसीआइडी (क्राइम ब्यूरो क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट) से मामले की जांच की गुंहार लगाई थी। जिस पर सीबीसीआइडी ने तत्कालीन पारा इंस्पेक्टर रणजीत सिंह भदौरिया के खिलाफ पारा थाना में मामला दर्ज कराया है।
दरअसल, भपटामऊ निवासी श्याम रावत (19) कैटरिंग में काम करता था। बीते 30 अप्रैल 2019 की देर रात खाना खाने के दस मिनट बाद श्याम घर से चला गया था। देर रात परमेश्वर के घर पर दीवार के सहारे छत पर श्याम चढ़ रहा था। दीवार की ईंट निकलने से श्याम नीचे गिरकर घायल हो गया था। देर रात श्याम के घायल होनें की जानकारी उसके दोस्त राहुल ने बड़े भाई प्रेमशंकर को दी थी। बड़े भाई प्रेमशंकर व दोस्त राहुल घायल श्याम को लेकर पड़ोस के एरा अस्पताल ले गए थे। जहां, डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। मृतक श्याम रावत के भाई राज ने आरोप लगाया था कि श्याम को उसके दोस्त विनीत, राहुल व परमेश्वर घर से बुलाकर ले गए थे और प्लानिंग कर उसकी हत्या कर दी। साथ ही बताया कि श्याम के दोनों पैरो व सिर में चोट लगी थी। नाक व कान से रक्तस्राव हो रहा था। इसके साथ ही दिसंबर 2018 में भी मारपीट हुई थी और जान से मारने का प्रयास भी किया था।
मां ने दर्ज कराया था मुकदमा: घटना को लेकर मृतक श्याम की मां रामकली ने भपटामऊ निवासी विनीत, राहुल व परमेश्वर का हत्या का आरोप लगाकर पारा थाना में मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने तीनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया था। कार्रवाई न होनें पर मृतक श्याम के परिजनों ने सीबीसीआइडी से मामले की जांच की गुहार लगाई थी। जिस पर सीबीसीआइडी मामले की जांच कर रही थी।
जांच में मिली गड़बड़ी, तत्कालीन इंस्पेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज: जांच के दौरान अनियमितता पाए जाने पर सीबीसीआइडी इंस्पेक्टर आजाद सिंह केसरी ने तत्कालीन इंस्पेक्टर रणजीत सिंह भदौरिया के खिलाफ पारा थाना में धारा 166, 217, 201 में मामला दर्ज कराया है।