कांग्रेस बोली, चावल घोटाले की सीबीआई जांच कराए केंद्र सरकार
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने पत्रकारवार्ता करके प्रदेश में बड़े चावल घोटाले का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार से इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। वर्मा ने कहा कि बिना मिलीभगत के यह संभव नहीं है। सतना में घटिया गुणवत्ता का गेंहूं भी बांटा गया है।
यह पहला मामला नहीं है, इसलिए इसकी सीबीआई से जांच कराई जाए। उन्होंने पिछले दिनों भोपाल में हुई आयकर विभाग की कार्रवाई को और विस्तार देने की मांग भी उठाई। साथ ही कहा कि इंदौर में सात साल पहलेपदस्थ रहे परिवहन विभाग के एक अधिकारी के यहां छापा पड़ा था, उसकी जांच भी अब तक पूरी नहीं हुई है। कटारे ने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए आरोप लगाया कि सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने शपथ पत्र में संपत्ति संबंधी जानकारी छुपाई है। उनके नाम पर उत्तर प्रदेश की इटावा तहसील के गांव कसौगा में जमीन है। इस संबंध में भदौरिया की प्रतिक्रिया लेने के लिए फोन लगाया गया पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
पत्रकारवार्ता में वर्मा ने बताया कि इंदौर में पदस्थ रहे एक अधिकारी के यहां सात साल पहले आयकर की कार्रवाई हुई थी। इसमें संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए थे लेकिन आगे कार्रवाई नहीं हुई। इसके तार राज्य सरकार और भाजपा संगठन के वरिष्ठ लोगों से जुड़े हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं, भोपाल में जिस बिल्डर के यहां पिछले दिनों कार्रवाई हुई थी, उसके संपर्क भी सत्तारूढ़ दल के लोगों से हैं। जांच में सभी को शामिल किया जाना चाहिए।
चावल घोटाले को लेकर उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सरकार आई है, हर चीज के लिए जांच की घोषणा कर देती है। इसके पहले भी जब भाजपा सरकार थी तो खूब जांच कराई पर एक की भी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई और न ही किसी पर कार्रवाई हुई है। यह मामला सीधे व्यक्तियों के जीवन से जुड़ा है, इसलिए इसकी सीबीआई जांच कराई जाए। पूर्व विधायक कटारे ने आरोप लगाया कि सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने चुनाव आयोग को शपथ पत्र में गलत जानकारी दी है। उनकी पैतृक संपत्ति उत्तर प्रदेश की इटावा तहसील के कसौगा गांव में है। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग और विशेष न्यायालय में भी शिकायत की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि भदौरिया को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए।