फैला है जालसाजों का नेटवर्क
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :एसटीएफ द्वारा पकड़े गए जालसाज गिरोह के सरगना रामेंद्र मिश्रा का नेटवर्क मुंबई और दिल्ली तक फैला था। वह मुंबई-दिल्ली की मल्टीनेशनल कंपनियों और निजी बैंकों में काम करने वाली महिलाओं की मदद लेता था। उसके गिरोह में वह भी शामिल थी। उन्हीं के माध्यम से रिटायर्ड अधिकारियों और बड़े व्यापारियों का डाटा, फोन नंबर, विभाग, व्यवसाय की जानकारी आदि जुटाता था। उसके बाद लड़कियों और से ही फोन कराकर उन्हें निवेश करने का झांसा देता था।
बड़ी कंपनियों के मिलते जुलते नाम से खोल रखी थी कंपनी
जालसाज गिरोह के सरगना रामेंद्र ने गिरोह के अन्य लोगों के साथ मिलकर एलायंज ग्रीन सिटी, मैक्स लाइफ म्युचुअल फाउंडेशन, गोल्डेन आरकिड आदि नाम से फर्जी कंपनी बनाकर इन्हीं के नाम से बैंकों में खाता खुलवा रखा था। इन्हीं खातों में लोगों से रुपये डलवाती और इन्हीं के नाम से चेक लेते थे। गिरोह में शामिल महिलाएओं में नेहा सक्सेना पीएनबी मेट लाइफ और प्रिया, मिनाक्षी, श्रद्धा, आशी मलिक और मोनिका भी अगल-अलग कंपनियों में काम करती थीं। यह लोगों के बारे में जाटा जुटाती थीं। इसके बाद यह महिलाएं खुद तो मुंबई और दिल्ली की शाखा में कार्यरत बताकर फोन करती थीं। गिरोह के 10 लोगों को बीते अगस्त माह में ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरोह के लोगों ने बीते चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से सेवानिवृत्त अपर निदेशक सीबी चौरसिया से 40 लाख रुपये, रिटायर्ड सीओ एसपी रंजीत सिंह बोरा से 42 लाख से अधिक रुपये ठगे। इसके अलावा कई अन्य बड़े व्यवसायियों और सेवानिवृत्त अधिकारियों को निशाना बना चुके हैं।