नेपाल के विदेश मंत्री के. गयावली शुक्रवार को काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास गए और भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने यहां नेपाल सरकार और नेपालवासियों की तरफ से मुखर्जी के निधन पर दुख जाहिर किया और संवेदना किताब पर हस्ताक्षर किए।
नेपाल के विदेश मंत्री ने नेपाल सरकार और नेपालवासियों की तरफ से मुखर्जी के निधन पर दुख जाहिर किया और संवेदना किताब पर हस्ताक्षर किए।
वहीं इससे पहले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया था। ओली ने कहा था कि ‘उनके (प्रणब मुखर्जी) निधन से नेपाल ने एक महान दोस्त खो दिया। हम उनके सार्वजनिक जीवन की विभिन्न क्षमताओं में नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को याद करते हैं
देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार शाम को यहां आर्मी आरआर (रिसर्च एंड रेफरल) अस्पताल में निधन हो गया। यह जानकारी उनके पुत्र अभिजीत ने दी। पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी 84 वर्ष के थे। मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई नेताओं व हस्तियों ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आज अंतिम विदाई दी जाएगी।
गृह राज्य प.बंगाल की जगह नई दिल्ली में पूरे राजकीय सम्मान के साथ प्रणब दा का अंतिम संस्कार होगा। मुखर्जी को गत 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार सुबह अस्पताल की ओर से जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया था कि वह गहरे कोमा में हैं और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।