अजीत सिंह हत्याकांड में नया मोड़
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:,लखनऊ के विभूतिखंड में कठौता चौराहा पर मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना निवासी अजीत सिंह की हत्या के आरोपी एक लाख रुपये के इनामी कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डॉक्टर की दिल्ली में गिरफ्तारी के कई दिन बाद भी लखनऊ पुलिस आखिर क्यों उसकी रिमांड लेने का प्रयास नहीं कर रही? यह सवाल सबको परेशान कर रहा है।
गिरधारी के पास न सिर्फ पूर्वांचल में अंडरवर्ल्ड के सारे समीकरण हैं बल्कि वह कई बड़े सफेदपोश और राजनेताओं की पोल भी खोल सकता है। इसके बावजूद लखनऊ पुलिस उससे पूछताछ करने के लिए कदम आगे नहीं बढ़ा रही है। उधर, वाराणसी पुलिस की एक टीम वहां दर्ज मुकदमों में उसका बी वारंट लेकर दिल्ली पहुंच गई है।
कई बड़ों पर कानून का शिकंजा कस जाएगा। पर्दे के पीछे छिपे कुछ नेताओं की माफिया से दोस्ती की पोल भी खुलेगी। यही वजह है कि कठौता चौराहे पर छह जनवरी की रात अजीत सिंह की हत्या की वारदात में बाहुबली पूर्व सांसद उसे बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरधारी की दिल्ली में नाटकीय तरीके से गिरफ्तारी कराने और लखनऊ के मुकदमे में उसे लाने में देरी के पीछे भी यही वजह है।
लखनऊ पुलिस पर किसी का दबाव है या फिर यहां के अधिकारियों के पास कोई और योजना है? इस पर भी कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। इस बीच, वाराणसी पुलिस ने खुद को लखनऊ पुलिस से एक कदम आगे साबित करते हुए गिरधारी को दिल्ली से लाने की कवायद शुरू कर दी है। लखनऊ पुलिस भले खामोश बैठी हो पर वाराणसी में गिरधारी के खिलाफ दर्ज हत्या के एक पुराने मामले में वहां की पुलिस उसे बी वारंट पर लाने के लिए दिल्ली पहुंच गई है।