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फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने वालों पर मुकदमा

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:ओएफसी (आर्डनेंस फैक्ट्री कानपुर) में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने वालों के खिलाफ फैक्ट्री प्रशासन की ओर से अर्मापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। फैक्ट्री प्रशासन ने इस कृत्य को विभाग की छवि धूमिल करने वाला बताया है। इससे पहले फर्रुखाबाद में प्रकरण सामने आने के बाद पीड़ित ने स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आयुध निर्माणी के कनिष्ठ कार्य प्रबंधक राहुल वर्मा ने अमार्पुर पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि कुछ शातिरों ने एमटीएस, ट्रेनी सुपरवाइजर, ट्रेनी सहित कई पदों पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर फर्जी नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिए हैं। इंस्पेक्टर अजीत कुमार वर्मा ने बताया कि फर्जी नियुक्ति पत्र का मामला फर्रुखाबाद में सामने आया था। ओएफसी के कनिष्ठ कार्य प्रबंधक की ओर से मिली तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। फर्रुखाबाद के थाना मऊदरवाजा के गांव रसीदपुर बरौन निवासी दीपक कुमार व कानपुर नगर के थाना बिल्हौर के गांव उत्तरीपुरा निवासी रोहित कुमार की ओर से फर्रुखाबाद के नवाबगंज थाने में महमदपुर कामराज निवासी प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना के जिलाध्यक्ष विशाल यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।

ओएफसी (आर्डनेंस फैक्ट्री कानपुर) में नौकरी दिलाने के नाम पर हुआ था फर्जीवाड़ा।

आरोप है कि विशाल यादव ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर फरवरी 2020 में उनसे 3.5-3.5 लाख में बातचीत की थी। नौकरी के लालच में उन्होंने 50-50 हजार रुपये विशाल यादव की पत्नी के खाते में डाल दिए। 15 दिनों बाद विशाल ने ओएफसी का नियुक्ति पत्र उन्हें दे दिया। नियुक्ति पत्र लेकर जब वह फैक्ट्री पहुंचे तो उन्हें धोखाधड़ी की जानकारी हुई। मुकदमा दर्ज होने के बाद बाद पुलिस विशाल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

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