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विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों को करना पड़ सकता है संघर्ष

आइपीएल के 13वें सीजन की शुरुआत 19 सितंबर से यूएई में होगी और इससे पहले बेहद अनुभवी मेंटल कंडीशनिंग कोच पैडी अप्टन ने विराट कोहली जैसे बड़े दिग्गज खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी मैदान पर अपनी हैसलाअफजाई के लिए दर्शकों पर निर्भर रहते हैं उन्हें आइपीएल 2020 में काफी संघर्ष करना पड़ेगा। वहीं उनका ये भी कहना है कि जो खिलाड़ी खुद से ही प्रेरित होते हैं वो काफी सफल रहेंगे। 

आइपीएल का 13वां सीजन जैव सुरक्षित वातावरण में खेला जाएगा और मैच के दौरान स्टेडियम खाली रहेंगे। अप्टन ने कहा कि स्टेडियम में फैंस के ना होने से कई खिलाड़ी संघर्ष कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बड़ें मैचों वाले खिलाड़ी उस समय दबाव को बेहतर तरीके से झेलते है जब वहां आस-पास बड़ी संख्या में लोग होते हैं। इस बार मैच खाली स्टेडियम में होंगे जिससे खिलाड़ियों पर उस स्तर का दबाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विराट कोहली जैसे बड़े मैचों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को यह देखना होगा कि दर्शकों के शोरगुल और हौसलाअफजाई के बिना वह वैसा प्रदर्शन कर पाएंगे जिसके लिए वो जाने जाते हैं। 

उन्होंने कहा कि आपको ऐसे खिलाड़ी खोजने होंगे जो दबाव में आमतौर पर प्रदर्शन नहीं कर पाते है। दर्शकों की गैरमौजूदगी में वे बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। साउथ अफीका के 51 साल के अप्टन 2011 में वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली टीम इंडिया के मानसिक अनुकूलन कोच थे। उन्होंने कहा कि खुद से प्रेरणा लेने वाले खिलाड़ी हौसलाअफजाई के लिए बाहरी तत्वों पर निर्भर रहने वालों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। पैडी अप्टन ने कहा कि आइपीएल में खिलाड़ियों को लगभग तीन महीने तक जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में रहना होगा और ये खिलाड़ियों के लिए मुश्किल होगा। उन्होंने ये भी कहा कि टीम जरूर इस बारे में विचार कर रहे होंगे और रणनीति तैयार कर रहे होंगे। 

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