उत्तर प्रदेशराज्य

डॉ.शकुंतला मिश्रा विवि के दीक्षा समारोह में पहुंचे सीएम योगी

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :काले और सफेद रंग की ड्रेस व गाउन के साथ कदमताल करते मेधावियों की मौजूदगी में डा.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि के अटल प्रेक्षागृह में विवि के सातवें दीक्षा समारोह की शुरुआत हुई। समारोह की अध्यक्षता कर रहीं राज्यपाल व कुलाधिपति आंनदी बेन पटेल ने सभी मेधावियों को बधाई दी। मेडल सूची में छात्राें के मुकाबले छात्राओं की संख्या अधिक होने पर उन्होंने खुशी जाहिर की।

लखनऊ में सोमवार को शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा व पिक्चर गैलरी का शुभारंभ हुआ।

दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डा.विश्वनाथ प्रसाद तिवारी और दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर की मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 125 करोड़ की लागत से बनीं योजनाओं का लोकार्पण किया। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा के साथ ही उनकी कविताओं पर आधारित वीथिका का अनावरण के साथ ही डॉ.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि की स्मृति में डाक टिकट जारी किया गया। कॉलेज फार डेफ, विशिष्ट स्टेडियम, कृत्रिम अंग निर्माण केंद्र, समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालय की दिव्यांगों को सौगात दी गई।

शिवांगी कश्यप को मुलायम सिंह यादव गोल्ड मेडल

राजनीति विज्ञान में सर्वाधित अंक पाने वाली शिवांगी कश्यप को मुलायम सिंह यादव गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। एमए हिंदी में सर्वाधिक अंक पाने वाली मेधावी मानसी यादव को आलोक तोमर गोल्ड मेडल और दृष्टिबाधित सुमित्रा को स्नातक में सर्वाधिक अंक हांसिल करने वाली सुमित्रा को डॉ. शकुंतला मिश्रा स्मृति गोल्ड मेडल मिला। दिव्यांग शिवा मिश्रा को रोहित मित्तल रोहित मित्तल स्मृति गोल्ड मेडल मिलेगा।

दृष्टिबाधित रामदरश को सर्वाधिक चार मेडल

सर्वाधिक चार मेडल पाने वाले दृष्टिबाधित राम दरश का कहना है मैं कक्षा नौ में पढ़ रहा था तभी ट्यूमर की वजह से मेरी आंखों की रोशनी चली गई। युवाओं की जिम्मेदारी है कि वह ऐसा करें जिससे कोई दूसरा रामदरश न होने पाए।

मेडल पाकर खिले चेहरे, ज्ञान का उजियारा फैलाएंगे मेधावी

एमए इतिहास में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाली मानसी को दो गोल्ड मेडल मिला मानसी टीचर बनकर समाज में ज्ञान की रोशनी फैलाना चाहती हैं। स्टेटिक्स में एमएससी करने वाली अवंतिका का कहना है कि ज्ञान की आपके भविष्य को संवार सकता है। आइएएस अधिकारी बनकर समाज में समान शिक्षा के सरकारी प्रयासों को धरातल पर लाने का प्रयास करूंगी। एमएससी आइटी में टॉपर ममता को गोल्ड मिला। वह नेट के साथ प्रोफेसर बनकर अपने जैसोंं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देकर भविष्य संवारना चाहती हैं।

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