हैसिंडा भूमि घोटाले में पूर्व IAS रमारमण से ईडी ने की पूछताछ
स्वतंत्रदेश ,लखनऊउत्तर प्रदेश के नोएडा के हैसिंडा प्रोजेक्ट भूमि घोटाले में पूर्व आईएएस रमारमण से ईडी ने बृहस्पतिवार को करीब आठ घंटे तक पूछताछ की। उनसे नोएडा अथॉरिटी का सीईओ रहने के दौरान हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को आवंटित भूमि की कीमत नहीं वसूलने को लेकर तमाम सवाल किए गए। साथ ही, उनकी चल-अचल संपत्तियों और बैंक खाते के बारे में पूछताछ की गई। बसपा सरकार मे नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन सीईओ मोहिंदर सिंह के कार्यकाल में हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को टाउनशिप विकसित करने के लिए करीब 36 हजार वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई थी। बाद में कंपनी ने निवेशकों की रकम को हड़पने के साथ भूमि का बड़ा हिस्सा प्रतीक ग्रुप को बेच दिया था। इसकी नोएडा अथॉरिटी से अनुमति लेना तो दूर, भूमि के बदले दी जाने वाली रकम का भुगतान भी बंद कर दिया था।

मोहिंदर सिंह के बाद रमारमण और संजीव सरन सीईओ बने, लेकिन कंपनी से सरकारी धन की वसूली नहीं की गई। निवेशकों द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर करने के बाद ईडी को जांच करने का आदेश दिया गया था। इसके बाद ईडी ने हैसिंडा ग्रुप के ठिकानों पर छापा मारकर अहम सुराग जुटाए थे।
छापे के दौरान मिले थे करोड़ों के जेवर
पूर्व आईएएस मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित आवास पर छापे के दौरान करोड़ों रुपये की कीमत के हीरे और कंपनी संचालकों के यहां से भी करोड़ों के हीरे और सोने के जेवरात बरामद किए गए थे। इस प्रकरण में रमारमण ने ईडी की विशेष अदालत से अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी। इसका ईडी ने विरोध किया था। ईडी ने उन्हें नोटिस देकर बृहस्पतिवार को तलब किया था। इसके बाद उनसे गहन पूछताछ की गई है। ईडी उन्हें जल्द दोबारा तलब कर पूछताछ करने की तैयारी में है।
छापे के दौरान मिले थे करोड़ों के जेवर
पूर्व आईएएस मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित आवास पर छापे के दौरान करोड़ों रुपये की कीमत के हीरे और कंपनी संचालकों के यहां से भी करोड़ों के हीरे और सोने के जेवरात बरामद किए गए थे। इस प्रकरण में रमारमण ने ईडी की विशेष अदालत से अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी। इसका ईडी ने विरोध किया था। ईडी ने उन्हें नोटिस देकर बृहस्पतिवार को तलब किया था। इसके बाद उनसे गहन पूछताछ की गई है। ईडी उन्हें जल्द दोबारा तलब कर पूछताछ करने की तैयारी में है।