आत्मदाह करने पहुंचीं पुजारी की बेटियां
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : लोकभवन के सामने काकोरी के झण्डेश्वर मंदिर के पुजारी की बेटियों ने भी गुरुवार को आत्मदाह करने के कोशिश की। सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह की कोशिश से वहां हड़कंप मच गया। आननफानन महिला पुलिस कर्मियों ने किसी तरह दोनों युवतियों को काबू किया। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व मंदिर के पास जबरन सामुदायिक शौचालय के निर्माण से परेशान होकर पुजारी ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पीड़ितों ने पुलिस को आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी थी।
पीड़ित युवतियों ने आरोप लगाया कि पुलिस उनका साथ नहीं दे रही है। आरोपित उनको लगातार परेशान कर रहे हैं और सुलह समझौते के लिए दबाव डाल रहे हैं और ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुजारी की बेटियों ने सरकार से मांग की है कि उनके भरण पोषण के लिए 25 लाख की सहायता राशि तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। युवतियों ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधानपति अपने पुत्रों व अन्य लोगों के साथ मिलकर उनके पिता की फसल में जहरीली दवाई डालकर नष्ट कर दी, जिसका भुगतान कराया जाए।
स्वतंत्रदेश फटाफट खबरे 1 अक्टूबर
काकोरी के बड़ागांव में मंदिर के पास जबरन सामुदायिक शौचालय के निर्माण से परेशान हो कर मंदिर के सेवादार में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। बता दें ग्राम पंचायत बड़ागांव के मजरा गदाई खेड़ा निवासी भगवान दीन लोधी ने दौली खेड़ा में ग्राम समाज की जमीन पर करीब सात वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण कराया था। इसी जमीन के पास ग्राम समाज को और भी जमीन पड़ी थी। खाली पड़ी जमीन ग्राम प्रधान पति देश राज व उनके बेटों ने ब्लॉक अधिकारियों से मिल कर सामुदायिक शौचालय कर निर्माण का प्रस्ताव कर दिया। जब उक्त जमीन पर कब्जे के लिए ग्राम प्रधान पति व ब्लॉक अधिकारी मौके पर पहुंचे जिसका विरोध भगवान दीन ने किया। भगवान दीन ने आलाधिकारियों के सामने ही पेड़ पर चढ़ कर फांसी लगा कर आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन आलाधिकारियों व पुलिस फ़ोर्स ने उसे नीचे उतारा। मामले की शिकायत भगवान दीन ने उच्चाधिकारियों से भी की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिससे परेशान हो कर भगवान दीन गुरुवार को पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।