लखनऊ में तलाशी जा रहीं बिकरू कांड के आरोपितों की संपत्तियां
कानपुर के चर्चित बिकरू कांड के आरोपितों की संपत्तियां लखनऊ में भी खंगाली जा रही हैं। एसआइटी आरोपितों के साथ ही विकास दुबे के परिवार और रिश्तेदारों की संपत्तियों का भी पता लगा रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण, आवास विकास परिषद और नगर निगम के अभिलेखों में आरोपितों के नाम, विकास दुबे के रिश्तेदारों की जानकारी जुटाई जा रही है। इन संपत्तियों का ब्योरा जुटाकर एसआइटी को भेजा जाएगा, जिसके बाद उनका भौतिक परीक्षण होगा।
यह पता लगाया जाएगा कि संपत्तियों से आरोपितों और रिश्तेदारों के बीच कोई संबंध तो नहीं। एसआइटी ने सहायक महानिरीक्षक (निबंधन) प्रथम और द्वितीय के साथ ही लखनऊ की सभी तहसीलों से भी संपर्क साधा गया है। कुछ के आधार कार्ड नंबर और पैन कार्ड नंबर भी उपलब्ध कराए गए हैं। नगर निगम के एक अधिकारी के मुताबिक, एसआइटी की तरफ से जिन नामों को भेजा गया है, उनकी सूची और संपत्तियों का ब्योरा तैयार किया जा रहा है। वैसे लखनऊ के कृष्णानगर में भी विकास दुबे का आवास है। यहां एलडीए को अवैध निर्माण की कार्रवाई भी करनी थी, लेकिन कुछ नहीं हो सका था।
दो जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर कानपुर के चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव में हमला बोल दिया गया था। इसमें एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। बाद में पुलिस ने मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत कई को मुठभेड़ में मार गिराया था।
पुलिस मुठभेड़ में मारे गए विकास दुबे के घरवालों और रिश्तेदारों से जुड़ी जानकारी भी जुटाई जा रही है।
- बाबा : देवी प्रसाद दुबे
- पिता : राम कुमार दुबे
- चाचा : मृतक बृज किशोर दुबे
- माता का नाम : सरला दुबे
- पत्नी का नाम : ऋचा दुबे (जिला पंचायत सदस्य)
- चचेरा भाई : आशीष दुबे, शान्ततु दुबे
- भतीजे : रामजी दुबे और श्यामजी दुबे
- बहनें : चंंद्रप्रभा और रेखा
- भांजा : अमर तिवारी
- साला : राम खुल्लर