मंदिर में घंटा बजाने पर रोक
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए धार्मिक स्थलों पर भी एक बार फिर से सतर्कता शुरू हो गई है। हनुमान सेतु मंदिर में गर्भ गृह तक जाने पर रोक के साथ ही मास्क के साथ खुद प्रसाद चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं से कहा गया है। मुख्य पुजारी चंद्रकांत द्विवेदी ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट ने सुरक्षा के चलते सभी पुजारियों को दो अप्रैल से अनिश्चितकालीन अवकाश पर घर जाने के लिए कह दिया गया है।
मनकामेश्वर मंदिर में घंटा बजाने पर प्रतिबंध के साथ ही 10 साल तक के बच्चों और 60 साल के ऊपर के बुजुर्गो को मंदिर न आने की सलाह दी गई है। जलाभिषेक के लिए पहले बनाए गए अस्थाई अरघे से ही अभिषेक होगा। प्रसाद व पुष्प श्रद्धालु स्वयं चढ़ाएंगे। राजेंद्र नगर के महाकाल मंदिर के व्यवस्थापक अतुल मिश्रा ने बताया कि घंटा बजाने और प्रसाद चढ़ाने पर प्रतिबंध है। मास्क और सैनिटाइजर के साथ श्रद्धालुओं को मंदिर में आने के लिए कहा गया है। अलीगंज के नए व पुराने हनुमान मंदिर के अलावा कोनेश्वर, बड़ा व छोटा शिवाला, संदोहन देवी मंदिर व कालीबाड़ी मंदिरों में बगैर मास्क के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से सभी गुरुद्वारों की कमेटियों को कोरोना संक्रमण से निपटने के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने बताया कि लंगर सेवा के दौरान दूरी बनाए रखने की हिदायत दी गई है। गुरुद्वारे में गुरु ग्रंथ साहिब के सामने दूर से मत्था टेकने और दरबार हाल में मास्क के साथ प्रवेश होगा। गुरुद्वारा नाका हिंडोला के प्रवक्ता जसवीर सिंह ने बताया कि गुरुद्वारे में बगैर मास्क के प्रवेश पर प्रतिबंध होगा। हर दिन होने वाली लंगर सेवा भी दूर से करने के लिए कहा गया है।
गुरुद्वारा मानसरोवर के अध्यक्ष संपूर्ण सिंह बग्गा ने बताया कि गुरुद्वारे में कोरोना संक्रमण बचाने के लिए मास्क और सैनिटाइजर का इंतजाम किया गया है। गुरुद्वारा यहियागंज के सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि सरकार की गाइड लाइन का पालन किया जाएगा। गुरुद्वारा आलमबाग, चंदरनगर, सिंगारनगर, गोमतीनगर, लाजपतनगर व राजाजीपुरम समेत सभी गुरुद्वारों में कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।