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किसान व सरकार के बीच वार्ता के बाद फैसले का इंतजार

स्वतंत्रदेश ,लखनऊ :दिल्ली में केंद्र सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर लम्बे समय से धरना पर बैठ किसान आंदोलन को अब और गति प्रदान करने की योजना के बीच भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने बेहद सधा बयान दिया है। मुजफ्फरनगर में अपने आवास पर जिला प्रशासन के साथ वार्ता में नरेश टिकैत ने कहा कि उनको भी सरकार तथा किसान के बीच आठ जनवरी की वार्ता के फैसले का इंतजार है।

गुरुवार को अपने आवास मुजफ्फनगर के सिसौली में डीएम सेल्वा कुमारी तथा एसएसपी अभिषेक यादव के साथ वार्ता के दौरान कहा कि वह किसानों व सरकार के बीच में इस मुद्दे पर फैसला होने के पक्ष में है।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा बालियान खाप के मुखिया चौधरी नरेश टिकैत ने गुरुवार को अपने आवास मुजफ्फनगर के सिसौली में डीएम सेल्वा कुमारी तथा एसएसपी अभिषेक यादव के साथ वार्ता के दौरान कहा कि वह किसानों व सरकार के बीच में इस मुद्दे पर फैसला होने के पक्ष में है।

ट्रैक्टर मार्च का रिहर्सल

केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं। सरकार के साथ किसानों की सात दौर की वार्ता बेनतीजा रही थी, इसलिए किसानों ने अपने आंदोलन को तेज कर दिया है। आज राजधानी की सीमाओं पर ट्रैक्टर मार्च निकाला। गाजियाबाद के यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसान 135 किमी लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर गणतंत्र दिवस के लिए अपने ट्रैक्टर मार्च का ड्रेस रिहर्सल कर रहे हैं। देश में नये कृषि कानून के विरोध मे दिल्ली में किसानों का आंदोलन 43वें दिन भी जारी है। सरकार से सात दौर की लगातार बातचीत विफल होने के बाद अब किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज कर दिया है। किसान अब दिल्ली तक ट्रैक्टर से कूच करने की तैयारी में हैं।

आठवें दौर की बातचीत कल

किसानों और सरकार के बीच आठवें दौर की बातचीत आठ जनवरी को होगी। इससे पहले 4 जनवरी को हुई सातवें दौर की बैठक में किसानों की दो मांगों पर सरकार के साथ सहमति बन पाई थी, बाकी सभी बैठकें बेनतीजा रहीं। अगली मीटिंग में किसानों की सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने और एसएसपी पर अलग कानून बनाने पर बात होगी।

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